
मोहनदास करमचन्द गांधी
महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर को पोरबंदर, गुजरात में हुआ था. देश को स्वतंत्रता दिलवाने में इनकी विशेष भूमिका रही है. गांधी जी के पिता का नाम करमचंद गांधी था जो कि राजकोट के दीवान थे और इनकी माता का नाम पुतलीबाई था. ... 30 जनवरी को गांधी जी को नाथूराम गोडसे ने गोली मारकर हत्या कर दी थी

अल्बर्ट आइन्स्टीन एक सैद्धांतिक भौतिकविद थे. वे सापेक्षता के सिद्धांत और द्रव्यमान उर्जा समीकरण E=mc2 के लिये जाने जाते हैं. अल्बर्ट आइन्स्टीन को उनके प्रकाश उर्जा उत्सर्जन की खोज करने के लिये सन 1921 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था
.jpg)
एलन रीव मस्क
एलन रीव मस्क एक दक्षिण अफ्रीकी-कनाडाई-अमेरिकी दिग्गज व्यापारी, निवेशक, इंजीनियर, और आविष्कारक है।एलन स्पेसएक्स के संस्थापक, सीईओ और मुख्य डिजाइनर; टेस्ला कंपनी के सह-संस्थापक, सीईओ और उत्पाद के वास्तुकार; ओपनएआई के सह-अध्यक्ष; न्यूरालिंक के संस्थापक और सीईओ और द बोरिंग कंपनी के संस्थापक हैं

"जब तक हम किसी भी काम को करने की कोशिश नही करते हैं, जब तक हमे वो काम नामुमकिन ही लगता है।"
सफलता की कुंजी
जब हम अपने जीवन में आस पास किसी को सफल होता देखते है या किसी ऐसे सफल व्यक्ति के बारे में सुनते है जो की सफलता के नये आयाम स्थापित किये है ऐसे व्यक्ति को देखकर हमारे मन में कही न कही चलो अब हमे भी कुछ ऐसा करना है की हम भी सफल (Success) बनेगे बस फिर मन में एक ऐसी उर्जा (Energy) का संचार होता है की हम सभी एक दो दिन खूब उसी के बारे में सोचना शुरू (Positive Thinking) करते है और मन ही मन ढेर सारे प्लानिंग भी करना शुरू कर देते है फिर आगे चलकर यह अहसास होता है या हमे लोगो द्वारा अहसास दिलाया जाता है की ये तो हम कर ही नही सकते है या ऐसा करना हमारे बस की बात ही नही है फिर यही से हमारे दो दिन मिली उर्जा का अस्तित्व खत्म होने लगता है और हम मानने लगते है की हम ये सब कर ही नही सकते है और फिर उसी ढर्रे में हम ढल जाते है जैसा की रोज की सामान्य जिन्दगी जीते है और खुद को आगे बढने वाले सपने युही शुरू होने से पहले ही अंत हो जाता है लेकिन क्या आपने सोचा है की ऐसा क्यू होता है हर कोई अपने फील्ड में सफल बनता जा रहा है लेकिन आप खुद को पिछड़ा हुआ मानते है ऐसा क्यू हर कोई सोच परेशान रहता है आखिर इसे हम सब अपनी किस्मत (Luck) को दोष मानकर हालत के साथ समझौता कर लेते है और फिर कोई ऐसी कोई कोशिश नही करते जिसमे हमे आगे बढ़ने में तनिक भी रिस्क दिखाई देता है किसी भी सफलता का शुरुआत कोशिश करने से ही होता है इसी बात पर एक बार चन्द्रगुप्त ने चाणक्य से पूछा “अगर किस्मत पहले लिखी जा चूकी है तो कोशिश करने से क्या मिलेगा”| इस पर चाणक्य ने जवाब दिया “क्या पता किस्मत में लिखा हो कोशिश करने से ही मिलेगा” इसी लिए हम भी कहते है “सफल होना है तो कोशिश तो करिए” तो आईये आज बात करते हा लोग सफल बनते है तो कैसे उनकी सफलता का राज क्या है उनके सफलता की कुंजी (Key of Success) क्या है जो आम होते हुए भी व्यक्ति को सफलता के मार्ग पर चलते हुए खास बना देता है जीवन में हर कोई सफलता के मार्ग पर जाना चाहता है तो आईये आज इन बातो को ध्यान में जरुर रखिये, अगर इन बातो को ध्यान में रखा जाय तो यही बाते हमारे सफलता के लिए सफलता की कुंजी बन जाते है
1 – सफलता के लिए आचरण का भी ऊचा होना चाहिए कोई भी व्यक्ति जन्म से नही बल्कि से आचरण से महान बनता है
यह बात एकदम सही है किसी भी महान या सफल व्यक्ति के जीवन परिचय को देख ले वः व्यक्ति जन्म से जरुर गरीब घर में ही पैदा क्यू न हुआ हो लेकिन सफलता के लिए जिस तरह से आगे बढ़ता है और हजार सफलता मिलने के बाद में भी उसके आचरण में थोडा सा भी घमंड नही आता है यानी वह सबके प्रति विनम्र का भाव ही रखता है इसलिए कहा भी गया है कोई भी व्यक्ति जन्म से नही बल्कि आचरण से ही महान बनता है
2 – अगर टॉप पर जाना है तो टॉप से एक कदम आगे जाने के बारे में सोचना है
हममें से हर कोई सफल होकर टॉप पर जाना चाहता है लेकिन हम सभी टॉप पर जाने के लिए ही हम सभी सोचते है उतना कोशिश ही करते है लेकिन यदि हमे सफलता के टॉप पर जाना है तो हमे उससे थोडा और आगे के लिए भी सोचना है कुछ ज्यादा नही करना है बस सफल व्यक्तियों को देखकर उन्हें हम कॉपी करने लगेगे तो जरुर हम सफलता के लिए आगे से सकते है
3 – समय सबके लिए एक समान होता है
अक्सर लोग कहते है की यार तैयारी करने के लिए समय ही उतना नही मिला जितना की एग्जाम में पूछा गया था लेकिन उसी साल आपके क्लास में कोई एक ऐसा भी होता है जो पूरे क्लास में टॉप करता है तो जरा सोचिये क्या उसको भी एक दिन में 24 घंटे से ज्यादा समय मिला था क्या ? नही ना सबके लिए एक समान अवसर उपलब्ध होते है जो लोग समझदार होते है वे समय का सदुपयोग करते है बाकी लोग समय न मिलने का बहाना ढूढ़ते है बस जिस दिन हम सभी बहाना ढूढ़ना बंद कर देंगे बस उसी दिन से हम सफलता के मार्ग पर चलना शुरू कर देंगे
4 – कार्य करते जाओ फल की चिंता मत करो
अक्सर लोग कोई भी कार्य शुरू करने से पहले ही उसके फायदे नुकसान, परिणाम, लाभ हानि आदि का परिणाम सोचने लगते है और जब ऐसा करते है तो एक कदम आगे बढने से पहले ही हम खुद को पीछे धकेल देते है क्यूकी जब भी आप कोई नया कार्य करने जाओगे तो यह आपको यह जरुर अहसास दिलाया जायेगा की आप तो इसे कर ही नही सकते है या ऐसा करने आपके बस की बात ही नही है और जब लोगो के सामने इसकी चर्चा भी करते है तो लोग आपका मजाक बनाना शुरू कर देते है बस यही वक्त होता है इन सभी बातो को हमे नजरन्दाज करना है और अपने मंजिल की तरफ बढ़ते ही चले जाना है
5 – कोई कार्य करना है तो दुसरो से पूछने के बजाय खुद से सवाल करो
जब आप कोई भी कुछ ऐसा करने जा रहे है जैसे उदाहरण के लिए आप ने ठान लिया है की आपको डॉक्टर बनना है तो ये सवाल आपको खुद से करना है की न की दुसरो से, खुद से पूछिए “मै ऐसा क्यों करने जा रहा हु ? इसका परिणाम क्या होगा ? क्या मै इसमें सफल हो पाऊंगा” अगर इसका जवाब आपके मन से आता है क्यू मै नही कर सकता हु मै तो इसे जरुर कर सकता हु तो जरुर आप सफल होंगे
6 – डर के आगे जीत है
जब आप किसी के सामने जिक्र करिए की आप कुछ ऐसा करने जा रहे है तो देखिये किस प्रकार से लोगो के द्वारा आपके परिणाम को लेकर मन में तरह तरह के भ्रम पैदा किया जाता है इस तरह से आपको आगे बढने से पहले ही उससे मिलने वाले परिणाम से इतना डरा दिया जाता है की आप खुद मान लेते है नही यार इससे तो सिर्फ मेरा समय ही ख़राब होंगा और ऐसा करना समय की बर्बादी के अलावा कुछ नही है लेकिन अगर किसी सफल व्यक्ति को देखेगे तो यह जरुर पता चलेगा की ऐसे लोग लोगो की परवाह किये बिना सिर्फ उन्हें अपना लक्ष्य दिखाई देता है और अपने लक्ष्य पाने के लिए हजारो कोशिश करते रहते है भले ही उन्हें शुरू में निराशा हाथ लगती हो लेकिन कभी भी अपने लक्ष्य से भटकते नही है अब जरा आप ही देखिये अगर थामस अल्वा सिर्फ कांच के टूटने और उससे नुकसान होने होने पैसे के बारे में सोचते तो कभी भी इस दुनिया प्रकाश के लिए बल्ब का अविष्कार नही कर पाते है उन्होंने हजार कोशिश की और हाँ नही मानी और अंत में असफलता के डर के उन्हें सफलता की जीत ही हासिल हुई
7 – सफल बनना है तो सफल लोगो के साथ जुड़िये
यह बहुत स्वाभाविक सी बात है जो जैसा जिस माहौल में रहता है वैसा ही वह बनता भी है तो सफल आपको होना है तो यह आपको ही तय करना है की आपको कैसे लोगो के साथ रहना है अगर रह नही सकते तो उनके द्वारा कही गयी बातो को फालो तो कर सकते है उनकी लिखी किताबे तो पढ़ ही सकती है ऐसा करने से हमे ही आगे बढने की प्रेरणा मिलती है और वही लोग हमेसा आगे बढ़ते है जो उत्साह और उर्जा से भरे होते है
8 – जो बीत गया उसका रोना क्या आने वाले पल के लिए तैयार रहे
मान लीजिये आपकी एग्जाम हुआ अच्छे मार्क्स नही आये फिर आगे की पढाई में ध्यान न लगाकर हमेसा पिछले गुजरे बातो को मन में गठरी की तरह बाधकर उसी का रोना रोते है तो यह एक तरह से आने वाले अवसरों के साथ भी हम खुद से धोखा दे रहे होते है अरे भाई जो बीत गया वो तो वापस नही आ सकता है लेकिन जो वक्त चल रहा है या आने वाला है वो तो हमारे हाथ में है तो पिछले बातो को भुलाकर अपनी गलतियों से सबक लेते हुए हमेसा आगे बढने की कोशिश करे फिर देखना एक समय ऐसा भी आएगा की उस समय सफलता आपकी मुट्ठी में होंगा तो देर किस बात की लग जाईये अभी से अपने लक्ष्य को हासिल करने में
9 – कल से क्यू करना आज से ही अभी से ही शुरुआत कीजिये
अक्सर लोग सफलता पाना चाहते है और इसके लिए प्लानिंग भी खूब करते है लेकिन यह क्या अंत में कहते है चलो कल से इसकी शुरुआत करते है लेकिन यह क्या समय तेजी से बीतता चला जाता है और वह कल कभी भी नही आता है सफल आपको होना है तो आप कल पर कोई कार्य टालना छोड़ दीजिये जो भी अपने लक्ष्य बनाया है उसे आज से ही अभी से लग जाईये पूरा करने में , फिर देखिये कौन रोक सकता है भला आपको सक्सेस होने से….
10 – दुसरो से तुलना करना छोडिये खुद को देखिये की आप क्या है
अक्सर लोग अपने सफलता के लिए दुसरो से करना शुरू कर देते है और यार उसको तो इतना आता है मुझे तो इतना भी नही आता है इस तरह से देखा जाय तो हम दुसरो की तुलना में खुद को कमतर आंक रहे है यानी हम खुद से खुद को कमजोर साबित करने में लगे है लेकिन क्या कभी आपने सोचा है की हर किसी की अपनी प्रतिभा (Talent) होती है लेकिन कोई अपने इस हुनर को निखार लेता है तो कोई जिन्दगी की आपाधापी में भीड़ की तरह इस दुनिया में खो जाता है इस सब से परे जो सफल होना चाहते है वे अपनी प्रतिभा को पहचान लेते है और उसी फील्ड में अपना लक्ष्य बनाकर आगे बढ़ते चले जाते है आर फिर सफलता भी उन्हें ही मिलती है जो की यही सफलता उन्हें सबसे अलग भी बनाती है
LATEST NEWS
NEW EDUCATION POLICY
2020
नई शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) एनईपी को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंजूरी दे दी है। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल और IB मंत्री प्रकाश जावड़ेकर शाम 4 बजे मीडिया को जानकारी दी। नई शिक्षा नीति 2020 की घोषणा साथ ही मानव संसाधन प्रबंधन मंत्रालय (MHRD) का नाम बदलकर 'शिक्षा मंत्रालय' कर दिया गया है। नई शिक्षा नीति के अनुसार अब HRD मंत्रालय को शिक्षा मंत्रालय कहा जाएगा। यह नई नीति देश में स्कूल और उच्च शिक्षा में परिवर्तनकारी सुधारों का मार्ग प्रशस्त करेगी। नई नीति का उद्देश्य 2030 तक स्कूली शिक्षा में 100% GER के साथ पूर्व-विद्यालय से माध्यमिक स्तर तक शिक्षा के सार्वभौमिकरण का लक्ष्य है। NEP 2020 स्कूली बच्चों में से 2 करोड़ को मुख्य धारा में वापस लाएगा। 12 साल की स्कूली शिक्षा और 3 साल की आंगनवाड़ी / प्री-स्कूलिंग के साथ एक नया 5 + 3 + 3 + 4 स्कूली पाठ्यक्रम शुरू किया गया है। एनईपी को 1986 में बनाया गया था और 1992 में संशोधित किया गया था। 2014 के आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के घोषणा पत्र में नई शिक्षा नीति 2020 को लागू करने का वादा किया गया था।
STUDY DOCUMENT
K7 ANTIVIRUS PREMIUM 159 RS. ONLY
VISITOR COUNT
SUBSCRIBE MY YOUTUBE CHANNEL
RAHUL

AUTHOR
Share the amazing things customers are saying about your business. Double click, or click Edit Text to make it yours.
ALL DATA COPYRIGHT @MINDFIRE LMT. 2018-2021
WELCOME TO MY WORLD
“DOUBLE CLICK HERE OR CLICK EDIT TEXT TO ADD SOME POSITIVE FEEDBACK ABOUT YOUR SERVICES"
FUTURE POST
“DOUBLE CLICK HERE OR CLICK EDIT TEXT TO ADD SOME POSITIVE FEEDBACK ABOUT YOUR SERVICES"
FUTURE POST